हरियाणा
..जीवन के लिए पेड़, बेटियों, नदियों व पर्यावरण को बचाना होगा: कविता जैन
सत्यखबर, सोनीपत( संजीव कौशिक )
शहरी स्थानीय निकाय तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन ने भगवान महावीर जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गोहाना में जैन स्थानक का निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि वे भगवान महावीर के दिखाये मार्ग का अनुसरण करें, जिसमें जीयो व जीने दो का सिद्धांत निहित है। सूचना, जन संपर्क एवं भाषा मंत्री कविता जैन बीती रात्रि गोहाना के जैन वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आयोजित भगवान महावीर जन्म कल्याणक पर्व में उपस्थित श्रद्धालुओं को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थी। भगवान महावीर की चरणवंदना करते हुए उन्होंने कहा कि जिस समय भगवान महावीर धरती पर आये उस वक्त हाहाकार मचा हुआ था। महिलाओं की स्थिति दयनीय थी व मांसाहार का सेवन चरम पर था। आज भी वैसा ही दौर है। ऐसे में भगवान महावीर की शिक्षाओं का अनुसरण प्रासंगिक है, जिन्होंने विश्व को कल्याण का मार्ग दिखाया है। आज जीवन जीने के लिए जरूरी है कि पेड़ों, बेटियों, नदियों तथा पर्यावरण को बचाया जाये। शहरी स्थानीय निकाय मंत्री ने कहा भगवान महावीर ने प्रमुख तौर पर जीयो व जीने दो, अहिंसा तथा अपरिग्रह के संदेश दिए हैं। इन संदेशों का अनुसरण ही मानव कल्याण का मार्ग है। भारतीय जनता पार्टी की केंद्र व प्रदेश की सरकारें उनके दिखाये मार्ग पर चल रही हैं, जिसके तहत सरकार ने गौसंरक्षण का संकल्प लिया है। महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन ने चिंता जाहिर की नई पीढ़ी की दिशा व दशा सही नहीं है। आधुनिकता के इस दौर में परंपराएं बदल गई हैं, जिससे विभिन्न प्रकार की समस्याएं जन्म ले रही हैं। ऐसे में जरूरी है कि संस्कार व संस्कृति को संजोकर रखा जाये, ताकि अस्तित्व को बचाया जा सके। इसके अलावा उन्होंने कहा कि गोहाना से उन्हें विशेष लगाव है। इसलिए उन्होंने गोहाना के अधिकाधिक विकास का लक्ष्य निर्धारित किया है। भगवान महावीर के जन्म कल्याणक पर्व के मौके पर सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी किया गया, जिसमें आमंत्रित कलाकारों तथा स्कूली विद्यार्थियों ने भजनों, गीतों की प्रस्तुतियां दी। इस मौके पर आर्यिका नंगमति माता, आर्यिका विजितमति माता, भाजपा के जिला अध्यक्ष डा. धर्मबीर नांदल, दिगंबर जैन समाज गोहाना के प्रधान विरेंद्र जैन, सुशील बंसल, केएल दुरेजा, पंकज जैन, अशोक जैन, विकास जैन, गुलशन विरमानी, इंद्रजीत विरमानी, ओमप्रकाश जैन, बलराम कौशिक आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।